बकरी पालन से पैसे कैसे कमाए? How to earn from goat farming

 

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दोस्तों, बकरी जिसे गरीबों की गाय कहा जाता है, एक बहुत ही उपयुक्त प्राणी है.  इसे दुनिया भर में दूध, उन, मांस आदि के लिए पाला जाता है. वातावरण के अनुसार खुद को ढालने की क्षमता, कम लागत, रखाव का कम खर्चा और आकार में छोटे होने के कारण ग्रामीण क्षेत्रों में पाला जाता है जरूरत पड़ने पर इसे आसानी से बेच कर पैसे कमाए जाते हैं.

तो आइए देखते हैं कि बकरी पालन क्या है? इस व्यवसाय के लिए लोन कहां से लें, सरकारी योजनाएं क्या है , बकरी पालन करने के लिए लागत मुनाफा आदि की जानकारी लेते हैं-

दोस्तों, यह एक कम पूंजी वाला व्यवसाय है जो बेहद सस्ता और टिकाऊ व्यवसाय है. कम लागत में भी हम इसे आसानी से कर सकते हैं और अधिकतम मुनाफा कमा सकते हैं.


बकरी पालन से पैसे कैसे कमाए? How to earn from goat farming दिसंबर 12, 2021


तो आइए  विस्तार से जानते हैं-

1) बकरी पालन करने में जरूरी बकरियों की नस्ल का चुनाव
2) बकरी पालन के स्थान का चयन कैसे करें
3) बकरी पालन का फार्म स्थापित कैसे करें, शेड का निर्माण कैसे करें
4) बकरियों को चारा कैसे दें
5) पालन के ट्रेनिंग एवं प्रशिक्षण कहां से लें
6) बकरी पालन के लिए लोन कहां से लें- सब्सिडी जानकारी
7) बकरिया कहां और कैसे बेचे
8) बकरी पालन से होने वाले लाभ एवं फायदे



अगर अपनी अपना फार्म बनाने की ठान ली,  है तो सबसे पहले आपको अपनी फार्म के लिए उचित नस्ल की बकरियों  का चयन करना होगा. दूध देने की क्षमता, प्रजनन क्षमता, बच्चे पैदा करने की संख्या, इनके अनुसार आप बकरियों का चयन कर सकते है

ब्लैक - बंगाल, उस्मानाबादी- महाराष्ट्र, बरबरी व जमुनापारी उत्तर प्रदेश, बीटल - पंजाब व हरियाणा, सिरोही- राजस्थान , अफ्रीकन बोर आदि में से आप चयन कर सकते हो.

लेकिन एक बात का हमेशा ध्यान रहे कि एक ही नस्ल की बकरियों का फार्म बनाएं. ऐसी बकरियों का चयन करें जो आप के राज्य के वातावरण के अनुकूल हो अन्यथा आप को भारी नुकसान झेल पड़ सकता है.


बकरी पालन करने के स्थान का चयन कैसे करें.(how to select location for goat farming)

आप किसी ग्रामीण इलाके में गांव में जहां बकरियों के लिए आसानी से हरी घास, खाना, पानी उपलब्ध हो सकता है, आप वहां पर shade बना सकते हो. लेकिन ध्यान रहे कि कम शोरगुल वाले जगह इसके लिए बेहतर होगी. पर जमीन सख्त हो और सुखी हो वहां पर आप shade बना सकते हैं. याद रहे, बकरियों को पानी से बचाना आवश्यक होता है.

फार्म स्थापित कैसे करें या  सेड का निर्माण कैसे करें. -(how to setup shade for goat farm)

बकरियों के shade के निर्माण कार्य हेतु आपको अगर 50 बकरियों का फार्म बनाना है तो आपको 1500 से 1600 स्क्वायर फीट की आवश्यकता पड़ेगी.  शेड निर्माण करते समय हमेशा इस बात का ध्यान रखना जरूरी है कि-

1)  shade हवादार हो- हवा आसानी से आ जा सके.
2) shade की ऊंचाई लगभग 10 फीट की हो.
3) बकरियों की संख्या अनुसार शेड का निर्माण करें अनावश्यक बकरियों की संख्या भीड़ ना बढ़ाएं.
4) पीने का पानी - बकरियों के लिए पीने के पानी का इंतजाम आपको स्थाई रूप से  में shade ही करना है.
5) साफ सफाई- मल, मूत्र, बारिश का पानी, इनके कारण बकरिया बीमारियों का शिकार होती है. इसलिए  shade की साफ-सफाई हर रोज होना अनिवार्य है.


बकरियों के लिए चारा कहां से और कौन सा लाए..(How to feed Goats in farm)

वैसे तो बकरियां खुली हवा में हवा में चर ने वाले प्राणी है. जो चारे के रूप में हरी घास, पत्तियां आदि खाती है.

अगर गांव में अपना फार्म चला रहे हैं तो दिन में 7-8 घंटे आप बकरियों को खाने के लिए छोड़ सकते हो. लेकिन अगर आप किसी शहर में हो और आप केवल शेड में ही बकरियां पालन कर रहे हो, आपको चारे का इंतजाम स्वयं करना होगा.

बकरिया हरि घास, चोकर, चुन्नी,  आसानी से खाती है. आप इसका इंतजाम कर  सकते हो.

बकरिया पालने की ट्रेनिंग कहां से लें.(From Where to take goat farm training in India)

बकरी फार्मिंग, पालन प्रशिक्षण के लिए आप अपने गांव में या आसपास के शहर में कोई भी मान्यता प्राप्त बकरी पालन प्रशिक्षण केंद्र से जुड़ सकते हैं, और प्रशिक्षण प्राप्त कर सकते हैं. भारत में सबसे अच्छा बकरी पालन प्रशिक्षण केंद्र( CIRG- the central institute for research on goat ) यानी केंद्रीय बकरी अनुसंधान केंद्र है. जो उत्तर प्रदेश में मथुरा स्थित है, आप वहां से प्रशिक्षण ले सकते हैं. इस प्रशिक्षण में आपको, बकरी पालन चंद लागत , बकरियों की उचित नस्ल,  उनका खानपान, आरोग्य से जुड़ी, मार्केटिंग से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी मिलती है.

बकरी पालन के लिए लोन, सब्सिडी, सरकारी योजनाएं क्या है. भारत सरकार की ओर से ग्रामीण एवं शहरी निवासी लोगों के लिए पशुपालन को बढ़ावा देने के लिए , विभिन्न पशुपालन योजनाएं चलाई जाती है. जैसे राजस्थान सरकार की बकरी पालन योजना, हरियाणा सरकार द्वारा संचालित भेड़ पालन उत्पाद योजना आदि कई प्रकार की योजनाएं शामिल है. इसमें आपको 50% सब्सिडी का प्रावधान है. आप भी नाबार्ड में आवेदन देकर आवश्यक जानकारी लेकर सब्सिडी एवं कर्जा प्राप्त कर सकते हो. इसके अलावा विभिन्न  सरकारी योजनाओं  का लाभ पाने के लिए आप भी आपका व्यवसाय  (MSME)  पर रजिस्टर कर सकते हो ताकि आपको फायदा मिले.


बकरियों की प्रजनन की जानकारी- (Goat  Reproduction cycle)

बकरियों का जीवनकाल 8 से 12 वर्षों का होता है. प्रजनन के लिए मादा 11 से 15 महीने और नर 8 से 12 महीने में प्रजनन के लिए सक्षम होते हैं. बकरियों का गर्भ काल 156 दिन का होता है आप अधिक मुनाफे हेतु अधिक प्रजनन करने वाली नस्ल की बकरियों का चयन कर सकते हैं. जैसे उस्मानाबादी बकरी साल में दो बार प्रजनन करती है. जिससे एक बार में कभी-कभी 3 बच्चे भी मिल सकते हैं. इसके अलावा जुड़वा बच्चे पैदा करने वाली अफ्रीकन बोर बकरी आप पाल सकते हैं. जिस से अधिक मात्रा में आपको फायदा मिल सकता है.


बकरियां कहां और कैसे बेचे.(Where to sale Goat in farm)

ज्यादातर मांस, दूध, उन के लिए बेची जाती है. लेकिन सबसे ज्यादा मुनाफा हमें बकरियों की मांस से मिलता है. आप आपकी बकरियां स्थानिक बकरा मंडी में बेच सकते हैं ताकि बढ़िया दाम मिले. आप कसाई को भी अपनी बकरियां बेच सकते हैं सकते हैं लेकिन आशा है आपको इसमें उचित कीमत ना मिले. इसलिए आप सीधा बाजार में ही बेचे और मुनाफा पाए.


बकरियों की मार्केटिंग कैसे करें-(Goat marketing)

आप मार्केटिंग के जरिए इस व्यापार को अच्छे से विस्तार कर सकते हैं इसलिए आपको जरूरत है अच्छे मार्केटिंग की.
बकरियों के दूध और मांस की अच्छे मांग होने के कारण आप बकरियों का दूध सीधा डेयरी फार्म पर बेच सकते हो तथा मांस के लिए आप स्थानिक कसाई ओके संपर्क में रह सकते हो.


बकरी पालन में लागत,नफा नुकसान- (Profit & Loss in goat farming)

अगर आप 50 बकरी बकरी फार्म सेट अप करना चाहते हो तो देखते हैं इसमें कुल लागत कितनी होगी.

मान लीजिए, अगर एक बकरी ₹7500 की है तो 50 बकरिया का दाम ₹375000 होता है. इसके अलावा हमें जरूरत पड़ती है दो बकरों की जिनकी कीमत कुल 15000 रुपए होती है. मतलब एक यूनिट की  कीमत होगी ₹390000.

Shade का निर्माण खर्चा - ₹20000

इसके अलावा वैक्सीनेशन,मेडिसिन, चारा, पानी, दवाईया, बिजली आदि खर्चे कुल मिलाकर ₹800000 तक खर्च आएगा.

आपका उत्पन्न ना शुरू होने में 1 या 2 साल लग सकते हैं मतलब आपका उत्पन्न ना धीरे-धीरे शुरू होगा. वैसे तो बकरे के मांस की डिमांड साल भर चलती है. लेकिन बकरी ईद आदि त्योहारों में इसमें काफी बढ़ोतरी होती है. फिर भी आप प्रतिवर्ष डेढ़ लाख से ₹200000 शुरुआती दिनों में कमा सकते हो.




FAQ'S

Question-  क्या बकरी पालन मुनाफे का व्यापार है?

Answer- जी हां बिल्कुल, इस व्यवसाय से आप अच्छा मुनाफा कमा सकते हो.

Question- क्या बकरियों का टीकाकरण करना अनिवार्य है?
Answer- जी हां. विभिन्न प्रकार के रोगों से बचाव के लिए टीकाकरण करना आवश्यक है.

Question- बकरियों को किन चीजों से बचाना चाहिए?
Answer- पानी वाली जगह से, बारिश के पानी से.

Question- बकरियां कहां बेच सकते हैं?
Answer-  स्थानिक मार्केट में बेचा जा सकते हैं.



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